Jagadeesh Prathap Bandari biography In Hindi : जगदीश प्रताप भंडारी का नाम आज तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में एक ऐसे अभिनेता के रूप में जाना जाता है, जिसने अपने जीवन की शुरुआत कठिन हालातों में की, लेकिन अपने मेहनत और समर्पण से सफलता का स्वाद चखा। उनके करियर की सबसे खास बात यह है कि वह जिस थिएटर के बाहर पॉपकॉर्न बेचा करते थे, एक दिन उसी थिएटर में उनकी फिल्म रिलीज हुई।
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Quick Information Table
जानकारी | विवरण |
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पूरा नाम | जगदीश प्रताप भंडारी |
प्रसिद्ध किरदार | केशव (पुष्पा फिल्म में) |
जन्म स्थान | तेलंगाना, भारत |
व्यवसाय | अभिनेता, शॉर्ट फिल्म निर्माता |
पहली प्रमुख फिल्म | मल्लेशम (2019) |
प्रमुख वेब सीरीज | चलपति |
यूट्यूब चैनल | माइक टीवी |
उपलब्धियाँ | पुष्पा फिल्म में प्रशंसित अभिनय |
पिता का पेशा | किसान |
प्रमुख भाषा | तेलुगु |
प्रारंभिक जीवन और परिवार
जगदीश का जन्म तेलंगाना के एक छोटे से किसान परिवार में हुआ। उनके पिता एक मेहनती किसान थे, और परिवार में उनकी दो बहनें भी हैं। शुरू में, जगदीश के माता-पिता चाहते थे कि वे पुलिस अफसर बनें और समाज की सेवा करें। हालांकि, किस्मत ने उनके लिए कुछ और ही योजना बनाई थी। कॉलेज के दौरान ही उन्हें फोटोग्राफी और फिल्मों में रुचि होने लगी, जो उनके करियर का आधार बनी।
शुरुआती संघर्ष और शॉर्ट फिल्मों की शुरुआत
कॉलेज के दिनों में जगदीश ने कुछ शॉर्ट फिल्मों पर काम करना शुरू किया। परंतु, आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के कारण उन्हें एक नौकरी करनी पड़ी, और उन्होंने हैदराबाद के एक थिएटर के बाहर पॉपकॉर्न और फ्राइज बेचना शुरू किया। थिएटर में काम करते हुए भी, उन्होंने अपने सपने को नहीं छोड़ा और शॉर्ट फिल्मों का निर्माण जारी रखा। यह उनकी मेहनत का ही परिणाम था कि एक दिन उसी थिएटर में उनकी फिल्म प्रदर्शित हुई, जिसे देखकर दर्शकों का दिल जीत लिया।
हैदराबाद में प्रो-विजुअल स्टूडियो से पहला ब्रेक
जगदीश की शॉर्ट फिल्मों के प्रति जुनून को देखते हुए हैदराबाद के प्रो-विजुअल स्टूडियो ने उन्हें अपने साथ काम करने का मौका दिया। उन्होंने स्टूडियो में अन्य शॉर्ट फिल्मों पर भी काम करना शुरू किया, जो उनके करियर का मील का पत्थर साबित हुआ। यहीं से उनके अभिनय करियर की शुरुआत हुई और उन्होंने खुद को एक बेहतरीन कलाकार के रूप में निखारा।
यूट्यूब चैनल ‘माइक टीवी’ पर काम और प्रसिद्धि
2018 में, जगदीश को ‘माइक टीवी’ नामक यूट्यूब चैनल पर काम करने का अवसर मिला। यहां उन्हें अभिनय के क्षेत्र में अच्छा अनुभव और प्रसिद्धि मिली, जिससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ गया। इस प्लेटफॉर्म ने उन्हें तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश का सपना देखने की प्रेरणा दी। उनके अभिनय ने दर्शकों को प्रभावित किया, जिससे फिल्म जगत में उनकी पहचान बननी शुरू हुई।
फिल्म ‘चलपति’ से मिली पहली बड़ी पहचान
जगदीश को असली पहचान ‘चलपति’ नामक वेब सीरीज से मिली, जो 1970 के दशक के माइनिंग माफिया पर आधारित थी। इस सीरीज में जगदीश ने ऐसा शानदार अभिनय किया कि दर्शकों ने उन्हें सराहा और उन्हें गंभीर अभिनेता के रूप में स्वीकार किया। इसके बाद, उनके करियर का ग्राफ तेजी से ऊपर चढ़ने लगा।
तेलुगु फिल्म ‘मल्लेशम’ में अभिनय और सफलता
2019 में जगदीश ने ‘मल्लेशम’ फिल्म में अंजीर का किरदार निभाया। इस किरदार में उन्होंने ऐसा प्रभावशाली अभिनय किया कि उनकी एक्टिंग की हर ओर तारीफ हुई। मल्लेशम के बाद से, जगदीश ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और फिल्मों में उन्हें लगातार नए और मजबूत किरदार मिलने लगे। उनकी मेहनत और टैलेंट का असर था कि दर्शक उनके अभिनय को पसंद करने लगे, चाहे वह छोटा किरदार हो या बड़ा।
‘पुष्पा’ फिल्म में केशव का किरदार
जगदीश के करियर का सबसे खास मोड़ तब आया जब उन्हें सुकुमार की फिल्म ‘पुष्पा’ में केशव का किरदार मिला। निर्देशक सुकुमार ने उनकी शॉर्ट फिल्मों को देखकर उन्हें इस किरदार के लिए चुना। यह उनके लिए बड़ा अवसर था और उन्होंने इस किरदार को पूरी शिद्दत से निभाया। फिल्म में केशव का किरदार पुष्पा का दोस्त है, जो बिना किसी स्वार्थ के उसके साथ खड़ा रहता है। इस किरदार में जगदीश ने दर्शकों का दिल जीत लिया और लोग उनके अभिनय की तारीफ करते नहीं थकते।
सुकुमार का जोखिम और जगदीश की सफलता
फिल्म ‘पुष्पा’ में सुकुमार ने बड़ा जोखिम लिया, जब उन्होंने एक कम प्रसिद्ध कलाकार को इस महत्वपूर्ण किरदार में कास्ट किया। परंतु, जगदीश ने अपनी अभिनय क्षमता से सुकुमार के इस फैसले को सही साबित किया। फिल्म में उनके अभिनय की गहराई ने दर्शकों को इतना प्रभावित किया कि वे उनके किरदार ‘केशव’ के फैन हो गए। आज जगदीश की पहचान पुष्पा फिल्म के इस किरदार के कारण काफी बढ़ गई है।
जगदीश प्रताप भंडारी का जीवन दर्शन और सफलता की कहानी
जगदीश का मानना है कि कड़ी मेहनत और लगन ही सफलता की कुंजी है। अपने जीवन में हर मुश्किल घड़ी का सामना करते हुए उन्होंने अपने सपनों को साकार किया। जिस थिएटर के बाहर वे पॉपकॉर्न बेचा करते थे, एक दिन उसी थिएटर में उनकी फिल्म दिखाई गई। उनकी यह कहानी लाखों युवाओं को प्रेरणा देती है कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ हों, अपने सपनों का पीछा नहीं छोड़ना चाहिए।
प्रमुख बातें
- कड़ी मेहनत का नतीजा: पॉपकॉर्न बेचने से लेकर बड़े पर्दे पर अभिनय तक का सफर, कड़ी मेहनत और समर्पण का नतीजा है।
- प्रेरणा स्रोत: तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के उभरते हुए अभिनेता के रूप में, उनकी कहानी युवाओं को अपने सपनों के प्रति अडिग रहने की प्रेरणा देती है।
- असली पहचान: ‘पुष्पा’ फिल्म में ‘केशव’ का किरदार उन्हें एक नई पहचान दिलाने में सफल रहा।
- भविष्य की योजनाएँ: जगदीश का लक्ष्य है कि वे और भी बेहतरीन किरदारों में दर्शकों का मनोरंजन करें और अपने अभिनय के नए आयाम स्थापित करें।
जगदीश प्रताप भंडारी की यह कहानी दर्शाती है कि सपने देखने का साहस और उन्हें पूरा करने का जज्बा हो तो कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है। उनका जीवन संघर्ष और सफलता का ऐसा मिश्रण है, जो हर उस व्यक्ति को प्रेरित करता है, जो कठिनाइयों के बावजूद अपने सपनों का पीछा नहीं छोड़ता।